इंतेजार किसका कर रहा है तू कदम कदम बढ़ाते जा मंजिल है पास इसको बस छुए जा मत देख मूड कर अपने आप को दोस्त बनाए जा एक बार पहुंच तो जा तू फिर दूसरो को राह दिखाए जा apne kadam badhaye ja