क्यों खींच लाता है खुदा उस दीवार तक जहाँ दरारों से लोग नकाब बदलते दिखते है जुठ के जहर से नफ़रतें ईजाद करते दिखते है पहचान नहीं पाता हूँ गिरगिटों में इंसानो को यहां नकाब और ईमान सस्ते इतने बिकते है। #रविकीर्ति_की_कलम_से #ravikirtikikalamse #ravikirti_poetry #ravikirti_shayari #khudakafaisla #ravita #rekhta #jaharilelog