ज़िन्दगी! तेरी आमद से डरता हूँ मैं मुझपे आती है तू हादसों की तरह लोग ,ढूँढो अगर तो, मिलेंगे बहुत टूटे हैं जो कभी गुम्बदों की तरह आदमी आदमी-सा जब रहता नहीं औरतें क्यों रहें औरतों की तरह ©Ghumnam Gautam #GuzartiZindagi #ghumnamgautam #हादसे #आदमी ,#औरतें