इन हाथों में समेटे रखा है एक हसीं संसार, उम्मीदों से सींच रखा है इसका एक-² द्वार। बला से बचाने को बाँधे हैं दुआओं के धागे, हौसले का पकड़ा रखा है इसको हथियार। बुराई की धार काट नहीं सकती अच्छाइयाँ, ईश्वर ने संभालकर रखा है नेकी का भंडार। काँटे बोकर राह में फूल तो मिल सकते नहीं, ख़ुशियों को बाँट रखा है बढ़ाने को व्यवहार। दिल में कुछ, ज़ुबाँ पे कुछ, कैसे समझें बातें, पुण्य की होड़ में लगा रखा, कर्म का अंबार। Rest Zone 'मेल-मिलाप' इन हाथों में..... ..... कर्म का अंबार। #restzone #rztask380 #rzलेखकसमूह #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat #feelings #life