आखिरी सांस ले रहा हूं मैं आखिरी सांस में भी तुम हो ज़िन्दगी तो ख़त्म ही समझो जब मेरे पास ही नहीं तुम हो खुदा बुला रहा है फ़िरदौस लग रहा है जन्नत में तुम हो धड़कने बंद हो जाती है वैसे ले धड़कने लगता है जहां तुम हो इस बीमारी का इलाज़ हैं वहां अफ़ज़ल जिस शहर में तुम हो ©Afzal Sultanpuri आखिरी सांस ले रहा हूं मैं आखिरी सांस में भी तुम हो ज़िन्दगी तो ख़त्म ही समझो जब मेरे पास ही नहीं तुम हो खुदा बुला रहा है फ़िरदौस लग रहा है जन्नत में तुम हो