मुझे मासूम वर्षों के दिन याद हैं, जब हँसी ने हमें भय से मुक्त रखा था। तुम एक विचार थे जो हर दिन मंडराता था, एक शांत उपस्थिति, मेरे रास्ते को रोशन करती थी। हमने उज्ज्वल और विस्तृत भविष्य के सपने देखे, हमारी आँखों में सितारे और दिल खुले हुए थे। फुसफुसाती योजनाओं में, हमने एक आकाश बनाया, काश वे क्षण कभी उड़ न जाएँ। ©Rtiw #GoldenHour