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ऐ जिंदगी इतना भी मत सोच मेरे बारे में मैं टूट चुका

ऐ जिंदगी इतना भी मत सोच मेरे बारे में
मैं टूट चुका हूं और समझ चुका हूं 
वक्त के इशारे में
वो जुल्म और ढा नही सकते,
मैं और जुल्म सह नहीं सकता
वो मेरी हो नही सकती, मैं उसका हो नही सकता
गरीब की मोहब्बत बिक गई, अमीरी के इशारे में
झोपड़ी के ख्यालात बदल गए उसके
चर्चा होने लगी महलों के बारे में
बदला वक्त, बदली मोहब्बत, वक्त के इशारे में।
देखकर रोशनी की चमक,
 भूले गुजारा वक्त अंधेरे के सहारे में।
बिक गई मोहब्बत वक्त के इशारे में।

©Santosh Narwar Aligarh
  #गरीब की मोहब्बत बिक गई
अमीरी के इशारे में

#गरीब की मोहब्बत बिक गई अमीरी के इशारे में

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