2 Years of Nojoto तुम न समझ सकोगे मेरी परेशानियां, आरोप लगाओगे। टूटते को सहारा दे ना पाओगे,रौब जमाओगे।जान जाओगे मेरी परेशानिया, शर्मिंदा हो जाओगे ।रोटियां भी खुद बनानी पड़ती है साहब,तुम मेरी रोटियां क्या खाओगे। अनोखी बातें।