अब्र छाए तो बरसात की आस होती है सब्र आता है दिल को जो तू पास होती है। तू बात भी ना करे फिर भी बात होती है फ़क़त क़रीब होने से हसीं रात होती है। Urdu_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "अब्र" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।