"इस बार, जब बरसा सावन, प्रीत सोई जगा गया ! बन बूँद यादों की, इन आँखो को भिगा गया ! धुंधली सी बातों को फिर बातों में उलझा गया ! लिपटी सी बूंदों में, जब हँसी उसकी सुना गया ! थी धुन, प्रेम की जो ...उसे बिरहा गीत बना गया ! बांध प्रीत की पायल नाची, आज आँखो में दर्द जगा गया ! हर बूँद में, क्यों वही... सपना बीता दिखा गया ! फिर यादो के झूले में, पींग नई बढ़ा गया! इस बार, जब बरसा सावन, प्रीत सोई जगा गया ! कितनी बातें कितनी यादें, सबको ही तो गिना गया... ©✍🏻Poonam Bagadia "Punit" "इस बार जो बरसा सावन.... #NojotoHindi #EmotionalHindiQuotestatic #Quotes #Poetry #Author #kalakaksh #kavishala #love #barish #sawan #love #कविता #कला #संगीत #एहसास #प्यार #विचार #बारिश #मोहोब्बत #कलमसे