इंतज़ार की आरज़ू... अब खो सी गयी है.! खामोशियो की अब... एक आदत सी हो गयी है.! न शिकवा रहा... न शिकायत अब मुकद्दर से.! बस अब अगर है... तो एक मोहब्बत.! जो इन तन्हाइयों से.... हो सी गई है..!! 👉🏻 प्रतियोगिता- 620 विषय 👉🏻 🌹"मुकद्दर"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य है I 🌟कृपया font size छोटा रखें जिससे wallpaper ख़राब नहीं लगे और Font color का भी अवश्य ध्यान रखें ताकि आपकी रचना visible हो। 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।