इकश़ भी अजीब परिंदा हैं, क़ैद करों तो गुस्ताखी और आजाद करने का ख्याल भी अगर मन में आए तो यहाँ मंजर-ए-तन्हाई हैं ©R...Khañ #Connections #मंजर#ए#तन्हाई