मैं अक्स हूँ तुम्हारी उन्हीं यादों का मुस्कुराता दर्द हूँ बीती हुई बातो का चाहो तो तबह कर दो एक ही लम्हात में और चाहो तो समेट लो अपनी बाहों में तुम्हारा इंतज़ार है ।।।।