Feelings in 5 words. चंद लम्हो में ही कई दिन गुजार के बैठे है, हमसे ना मिल ज़िन्दगी ,हम हार के बैठे है। कोई कब अपना मिला ,हर दोस्त झूठ था, अब क्या कहे,हम किसके इंतज़ार में बैठे है।। #दोस्ती_का_फलसफा #दोस्ती_का_रंग#गुजारा_हो_रहा_है #दोस्ती_के_रंग #nojotoshayri #दोस्ती_की_दास्तान