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कृपा पूर्ण पढ़े - राम राम जी एक व्यक्ति ने सोचा भ

कृपा पूर्ण पढ़े - राम राम जी 
एक व्यक्ति ने सोचा भगवान ने क्या क्या गलती किया है मैं उसे नोट करूंगा और भगवान से कहेंगे आपने इतनी गलती किया है व्यक्ति भगवान की गलती लिखने चल दिया। जैसे ही वह व्यक्ति घर से निकला उसने कद्दू का पौधा देखा और बोला भगवान की गलती जो पौधा स्वयं भी खड़ा नही हो सकता उसको इतना बड़ा फल दे दिया यह पौधा अपने फल का बोझ कैसे उठाए, थोड़ी दूर ही चला की उसे आम का पेड़ लगा दिखाई दिया और छोटे छोटे अमिया ही उसमे आए थे व्यक्ति ने कहा देखो इतना विशाल वृक्ष इसमें छोटा सा फल होता है यह भगवान की दूसरी गलती है बड़े वृक्ष को बड़ा फल देना चाहिए वह  वृक्ष के ऊपर देख ही रहा था तभी एक अमिया व्यक्ति की आंख पर गिर गया व्यक्ति की एक आंख चली गई व्यक्ति ने कापी कलम बंद किया और सोचा यदि इसपर कद्दू कितना बड़ा फल होता तो अभी तो अमिया गिरने से सिर्फ आंख गई है यदि कद्दू कितना बड़ा फल होता तो खोपड़ी साफ हो जाती। व्यक्ति का मन फिर भी नही माना उसने सोचा यह ज्ञान भगवान मुझे पहले भी दे सकते थे एक आंख पर अमिया गिराकर क्यों दिया व्यक्ति ने सोचा की गुरु जी के पास जाना चाहिए और गुरु जी से इस बात को पूछना चाहिए जैसे ही गुरु जी के पास व्यक्ति गया उसकी आंख देखकर गुरु जी समझ गए कि बिना कारण तो यह नही आए होगे गुरु ने आने का कारण पूछा तो व्यक्ति ने पूर्ण बाते बताई और गुरु जी से पूछा की देखो भगवान ने मेरी एक आंख फोड़ दिया तब गुरु ने कहा बिना कारण भगवान कुछ नही करते जो भी करते है अच्छा ही करते है  समय का इंतजार करो आपको स्वयं इसका ज्ञान हो जाएगा व्यक्ति गुरु से सहमत तो नही हुआ लेकिन करता भी क्या वह घर गया और उसी रात उसे मारने उसका शत्रु आ गया और उसकी फूटी आंख देखकर सोचा यह वह व्यक्ति नही है क्योंकि उसकी तो दोनो आंखे थी उसका शत्रु उसे दूसरा व्यक्ति जानकर छोड़ दिया उस व्यक्ति को पूर्ण ज्ञान हो चुका था कि यदि आज उसकी आंख होती तो शत्रु के द्वारा उसको क्षति प्राप्त होती। इस कहानी से दो प्रेरणा मिलती है पहली प्रेरणा भगवान जो करते है अच्छा ही करते है दूसरी प्रेरणा व्यक्ति भगवान की भी गलती ढूढने चल देता है हम तो तुच्छ मानव कहे या देव तुल्य तुलसीदास जी के शब्दो में कहे तो हनुमान जी विभीषण को समझाते हुए कहा था " कहव कौन मैं परम कुलीना, कपि चंचल सबहि विधि हीना, हम तो मानव है हमारी य आपकी गलती ढूढने में व्यक्ति कमी नहीं छोड़ेंगे।। प्रभु राम की कृपा बनी रहे, हनुमत रक्षा करे प्राण की। हर हर महादेव जय श्री कृष्णा जय श्री राम दो घण्टे देश के नाम, 
जय हिंद जय भारत एक भारत श्रेष्ठ भारत जय श्री राम

©Jitendra Shukla
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