खोखले चिंतन में जकड़े राहुल गांधी शीर्षक से लेख अपने आलेख में संजय गुप्ता ने कांग्रेस पार्टी की कुछ कमियों पर प्रकाश डाला इसमें दो राय नहीं है कि अगर किसी घर में कोई समस्या आती है तो लोग उस घर के मुखिया को ही दोषी ठहराते हैं इसलिए अगर कुछ पड़ोसी देशों के नापाक हरकतों को रोकने में मोदी सरकार किसी को विफल देखती है तो उसके लिए प्रधानमंत्री की आलोचना करने पर कुछ गलत नहीं है क्योंकि देश का मुख्य प्रधानमंत्री ही होता है इसलिए राहुल गांधी द्वारा सवाल पूछा जाना गलत नहीं है लेकिन जिनके खुद के घर सीटों के हो वह दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं मारना चाहिए था राहुल गांधी को इस पर मंथन करना चाहिए कि उनकी पार्टी की सरकार ना तो देश पर लंबे समय तक राज किया फिर उन्होंने पड़ोसी देश के खिलाफ ऐसे सख्त कदम उठाए कि वह अपने नापाक हरकतों से बाज आए अमीर गरीब की खाई को पीटने के लिए उचित नीतियां अमल में क्यों नहीं लाई राहुल गांधी लोकसभा में कारपोरेट जगत के ऊपर भी कुछ आरोप लगाए हम सोचना चाहिए कि उनका देश की आर्थिक व्यवस्था को आगे बढ़ाने में बड़ा योगदान है वह सरकारी खजाने में टैक्स जमा करने देश के विकास में योगदान देते हैं इससे लाखों करोड़ों लोगों की रोजी चलती है किसान और अन्य वर्ग विशेष को जो मुफ्त सुविधाएं सरकार दे पा रही हैं उनमें से भी देश को पीरियड जगह द्वारा ही दिए गए टैक्स का बड़ा योगदान है इसलिए राहुल गांधी को मोदी सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना ही चाहिए था कॉर्पोरेट जगत को भला बुरा नहीं कहना चाहिए था ©Ek villain #बिना आधार बयानबाजी गलत #chocolateday