उसकी अदाएँ या अल्लाह उस ख़ुदा की नेमत हैं मेरे पर कुछ ख़ास परवरदिगार की रहमत हैं वो हँसे तो फूल झड़े हैं उसके लबों से वो आँख झुका दें तो लगे की जैसे ज़न्नत हैं वो जो कल तक बेगाने थे क्यों लगे आज की अपने हैं क्या खूब नज़ारा किस्मत का हैं सच होते मेरे सब सपने हैं इक तो उनकी मुस्कान हैं बड़ी क़ातिल दूजा उनके डिंपल मेरी मौत का सामान हो गए हम तो मरे जा रहे थे इक निगाह की खातिर वो मुस्कुराएं तो हम कत्ल-ए-आम हो गए वो हँसें तो दो गालों में पड़ते हैं भँवर नागीन सी बल खाए उसकी पतली कमर उस की मुस्कान से बागों में खिलते हैं फूल मैं जो जी रहा हूँ ये है सब उस का असर उस की मुस्कान रफ़्ता रफ़्ता मेरी मौत का सामान बन गए। #डिंपल #मुस्कान #डिंपी #bestyqhindiquotes #yqbesthindiquotes #yqhindi #yqhindiquotes #aprichit