जब तक वृक्ष में है प्राण, वो करता है अपना सर्वस्व दान, कटकर भी करता वो , हमारा ही कल्याण, कभी बनता हमें सुख देने को, फर्नीचर,कभी मकान, जाते उसके कंधे पर ही चढ़कर हम शमशान, लकड़िया भी उसी की जलती जो हम जाते मोक्षधाम। #फर्नीचर#वृक्ष #yqbaba