में अखलाक में क्या ढूंढू तेरे, तु बेशक खुदगर्ज निकला। आके गली में किसी ढूंढू में, तु बेशक अकेला ही है निकला। अदा, सजा सब बेवजह, तु बेशक कोई और बन निकला। बाकी यू तो काफिर हु में, और तू हर्ष का खुदा निकला। ©Harsh Patel #Shayar #shayari #alone #alfaaz #pray