पहली आंख ने दूसरी आंख से पूछा, "हम हकीकत में मुक़ाबिल क्यों नहीं हो सकते"? दूसरी आंख ने बहुत सुंदर जवाब दिया "दूसरों को परखने वाले खुद को कभी देख नहीं सकते" Preet Mahi मुक़ाबिल-face to face dekhna