" वक्त की कश्ती मे बैठकर मै गुजरे लमहों से फिर एक दफा रुबरु होना चाहता हूँ , माझी भी मै बनूँ मुसाफिर भी मै ही रह जाऊं कुछ इस कदर मैं अपना ये सफर मुकम्मल करना चाहता हूँ " #NojotoQuote बीते वक्त का फलसफा ..... वक्त की कश्ती मे बैठकर मै गुजरे लमहों से फिर एक दफा रुबरु होना चाहता हूँ , माझी भी मै बनूँ मुसाफिर भी मै ही रह जाऊं कुछ इस कदर मैं अपना ये सफर मुकम्मल करना चाहता हूँ सफर के दरम्यान मेरा मुकाम गुजरी जिंदगी का वो एक बेहद अजीज किनारा है