लक्ष्य के रास्ते पर संघर्ष में हौसला और अपने अंदर की योग्यता की पहचान, उसे निखारना और उसका सत्कार करना उत्तम पुरुषार्थ है। ©Thakur Rajesh Singh सफल सोच और तदनुसार क्रिया बनाती है