लहर: मुझे एक बात बता कि हमारी जो ये बातें होती हैं। क्या होती हैं? कहाँ इनका टुक है कहा इनकी जड़ है 😂और ये कब खतम होंगी क्या ये कभी खतम होंगी ? किनारा: शायद ही 🤨 लहर: हम दोनों क्या चाहते हैं किनारा: नहीं चाहते हैं किनारा: ये बातों का सिलसिला समय के अथाह सागर में चिरकाल तक यूँ ही चलता रहे😛 लहर: मैंने पूर्व जन्म मे कुछ रिश्ता दिल से निभाया होगा तभी शायद इस जन्म में तू मिला... किनारा: शायद तू पिछले जन्म में एक नदी की एक लहर हो और मैं एक किनारा, जिससे तू हर बार मिलती रही हो फिर बिछड़ती रही हो। इसी वजह से उस समय भी बाते पूरी न हो पाई और इस जन्म में मनुष्य होने के बाद भी प्रवृति लहर और किनारे की है लहर: हाँ क्या पता 😊 तूने जो सोचा तो यही हो सकता है। लहर् और किनारे की बातें #yqbaba #yqdidi #yqstory #yqquotes