समझना है मोहब्बत को, तो समझो तुम निगाहों से समझना है मोहब्बत को, तो समझो यार आहों से लफ़्ज़ों में जताने से भी, बदल सकते हैं मायने रहो ख़ामोश तो ऐ दिल,जता देना आहों से ____©® गणेश सिंह जादौन समझना है #मोहब्बत को, तो समझो तुम #निगाहों से समझना है #मोहब्बत को, तो समझो यार #आहों से #लफ़्ज़ों में जताने से भी, बदल सकते हैं #मायने रहो ख़ामोश तो #दिले_नादां,जता देना #आहों से ____©® गणेश सिंह जादौन