कुछ ख़्वाबों का कारवाँ साथ था कुछ तुम्हारी बिसरी सी यादें शाम भी आहिस्ता-आहिस्ता ढलने को थी आमादा सिरहाने चढ़ने लगी थी वो हसीन रातें, जो चाहा तो तुमको चाहा पर तुम न थी चाहत के आगे जो सोचा तो तुमको सोचा पर उस सोच में भी तन्हाई है झाँके, नशा तेरा न जाता रहा कोलाहल में भी सन्नाटा रहा वजह-बेवजह तेरी रवानी अदनी सी ही रह गई मेरे इश़्क की कहानी। #FreakySatty #अधूराइश़्क #Sangdili #YQdidi