मुश्लमा और हिन्दू की जान कहाँ है मेरा हिन्दुस्तान मै उसको ढूंढ रहा हूँ, मै उसको ढूंढ रहा हूँ मेरे बचपन का हिन्दुस्तान न बंग्लादेश न पाकिस्तान मेरी आशा मेरा अरमान वो पूरा पूरा हिन्दुस्तान मै उसको ढूंढ रहा हूँ, मै उसको ढूंढ रहा हूँ .....अजमल सुल्तान पुरी The touch heart of every human person