फिर तुझे चहनेकी तमन्ना दिल मे जगी है। पुरनी कहानिया फिर आज याद हुई है। एक एक कांच मिलाकर ये दिल फिर संजोया था हमने. बिखरना भी उसे फिर तेरे जाने से ही है...। #हसी