किसी मल्लाह के हाथों की तरणी हो नहीं सकती । सिवा तेरे किसी और ग्रहणी हो नहीं सकती। भले राधा बनू तेरी या मीरा मैं बनू तेरी, मुझे मालूम है 'शिव' की रुकमणी हो नहीं सकती। शिव प्रताप सिंह बेबस उम्मीद