माना कि कागज़ का जहाज़ ही है मेरे खयाल कि थोड़ी सी भी हवा झेल नहीं पाएगा माना कि कागज़ का जहाज़ ही है मेरे खयाल कि थोड़ी सी भी हवा झेल नहीं पाएगा जब तक तेज़ हवा नहीं तब तक तो उड़ेगा न ।। हो सकता है हवा चलने से पहले ही मंज़िल पर पहुँच जाए। हो सकता है यहाँ गिरे वही मंज़िल हो ।।। #khtzindgi