"अंग्रेजों का नीम" पूरी कविता यहां paste नहीं हो पाई।caption में पढ़े अंग्रेजों का नीम बड़ा होता जा रहा इतनी शिद्दत से सींची जड़ें पेड़ वन होता जा रहा आज का कत्लेआम धर्म की रक्षा नहीं जहर का खेत जोता जा रहा हमारे पूर्वज तो एक थे