White ख़ामोशी की भी अपनी एक जुबां होती है जिसे सुनने समझने का ख़ुलूस सबमें नहीं होता है दर्द और दूरियाँ बढ़ जाए इससे बेहतर होता है रिश्तों में ख़ामोश हो जाना एक जिंदादिल शख्स ख़ामोशी की चादर ओढ़ लेता है तब भी किसी को उसकी चुप्पी पर हैरानी नहीं होती.. वज़ह साफ़ है लोगों ने एहसास करना छोड़ कर ख़ुदी में रहना पसंद कर लिया है ©हिमांशु Kulshreshtha ख़ामोशी...