जहाँ से रुख़सत का इशारा हो गया। रंगीन माहौल गमगीन सारा हो गया। कौन कहता है, कि वो मर गए। अपने कर्मों से वो खुद को अमर कर गए। अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली ! रशीद अकेला! 😭😭😭 श्रद्धांजलि