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मन बंजारा सा दिल आवारा सा, *पुरुष* की आखिरी गुरू

मन बंजारा सा  दिल आवारा सा, *पुरुष* की आखिरी गुरू उसकी *पत्नी* होती है।
 उसके पश्चात 
उसे न तो कोई ज्ञान की
 आवश्यकता होती है,
 न ही कोई ज्ञान काम आता है

*गुरु पूर्णिमा की बधाई* #गुरू
मन बंजारा सा  दिल आवारा सा, *पुरुष* की आखिरी गुरू उसकी *पत्नी* होती है।
 उसके पश्चात 
उसे न तो कोई ज्ञान की
 आवश्यकता होती है,
 न ही कोई ज्ञान काम आता है

*गुरु पूर्णिमा की बधाई* #गुरू
nojotouser9212903669

Sheel Sahab

Bronze Star
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