तोड़ दो बांसुरी की अब श्याम नही आएंगे, सीता की लाज बचाने अब राम नही आएंगे। बदल रहा है ज़माना, और लोग भी बदल रहे हैं, तुम जिनके आये, वो तुम्हारे काम नही आएंगे। मर्यादाएं लांघी जाएंगी,और अंधकार हो जाएगा सूर्पनखा की नाक काटने को लक्षमण नही आएगा। हर ओर उदासी फैलेगी, खुशियों को लोग तलाशेंगे, रौशनी की चाहत में, पत्थर को लोग तराशेंगे। द्रौपदी का चीर बढ़ाने को घनश्याम नही आएंगे, तोड़ दो बांसुरी की अब श्याम नही आएंगे । #yourquote #yqbaba #yqdidi #yopowrimo #boostThyself #hindi #kavita #kalyug #krishna #baasuri #ram #patthar #bhagwaan #shyam #nhi #aayenge #kalyug #truth