रजत बरन हैं किशोरीजी सुहानी अरु, मेघन सौ साँवरौ सुहात घनश्याम है। लागत ज्यों सघन घनन माँहिं दमकत, दामिनी की उज्ज्वल चमक अभिराम है। लखत किशोरीजू की अमित ललित छवि, और मनमोहन हू ललित ललाम है। दक्खिन विराजे प्रियतम मुसकात अरु,प्रिया सकुचानी सी विराजै दिशि बाम है।। ✍परेशान✍ ©Jitendra Singh #radhekrishn #radhamadhav #kishorishyam #radhamanohar mau jha Mukesh Bamniya ANURAG SINGH Shrawan Rajasthani Jay Karthik