#जमीन हमें जीवन देती, आश्रय और भोजन देती.! पेड़ पर्वत जंगल नदियां, हवा हमें और जल देती.! जननी जन्मभूमि ज़मीन, जीने का हर साधन देती.! हमसे कितनी ममता इसको, कितना प्रेम यह करती है.! एक अन्न के दाने डालो, सौ सौ अन्न यह देती है.! इसका है ऐहसान सभी पर, कौन चुका इसे सकता है.! यह है जीवन दाता धरती, माँ से भी यह बढ़कर है.! #अजय57 #जमीन