राखी बोझ नहीं है राखी है, सम्मान समझ के रख लेना। राखी को बहना का, अभिमान समझ के रख लेना। भाई-बहन का है आधार, पहचान समझ के रख लेना। उदास पलों में यादों का, सामान समझ के रख लेना। मेरे हालातों का मुकम्मल, मुकाम समझ के रख लेना। अपनी बहन की रक्षा का, पैगाम समझ के रख लेना। बोझ नहीं ये राखी है, सम्मान समझ के रख लेना। ®राम उनिज मौर्य® बनबसा जिला-चम्पावत. #राखी