सपना सपना है मेरा जो उसे पा लूगा मिले जतन जो भी राह में उठा लुगा झुकाना पड़े चाहे पर्वतों को भी तो उन्हें भी झुका दुगा डग्मगाएगे अगर कदम मेरे तो हौसलों के दम से उन्हें उड़ा लुगा।। और सपना है जो मेरा उसे में पा लूगा सपना