परेशान हु मगर परेशनिया नही बता सकता दु:खी होकर मै मेरे दु:ख को नही निहार सकता उम्मीदें टीकी हुई हे मुझ पर मेरे अपनो की बस मे उन्हें दु:खी नही देखना चाहता इज्हार नही करता हु दुःख का क्युकी मे उन्हें खुश देखना चाहता हु दुःखी होकर मै मेरे दुःख को नही निहार सकता ✍️#Nikhil_vidhya_patidar #Dukhi_दुःखी