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।। ॐ ।। त्रायुषं जमद्गने: कश्यपस्य त्रायुषं । यदद

।। ॐ ।।
त्रायुषं जमद्गने: कश्यपस्य त्रायुषं ।
 यददेवेषु त्रायुषं तन्नोअस्तु त्रायुषं ।

पद पाठ
त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। ज॒मद॑ग्नेरिति॑ ज॒मत्ऽअ॑ग्नेः। क॒श्यप॑स्य। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। यत्। दे॒वेषु॑। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। तत्। नः॒। अ॒स्तु॒। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम् ॥

है जगदीश्वर ! आपकी कृपा से जैसे विद्वान लोग विद्या धर्म और परोपकार के अनुष्ठान से आनंदपूर्वक तीनसौ वर्ष पर्यंत आयु को भोगते हैं , वैसे ही तीन प्रकार के ताप से शरीर,मन, बुद्धि,चित्त ,अहंकाररूप अंत:करण इन्द्रिय और प्राण आदि को सुख करने वाले विद्या विज्ञान सहित आयु को हम लोग प्राप्त होकर तीनसौ वा चारसौ वर्ष पर्यंत सुखपूर्वक भोगें ।।

Jagadishwar!  By your grace, as scholars enjoy the rituals of learning, religion and philanthropy, for the age of three to seven years, in the same way, the three types of heat, body, mind, intellect, mind, egoism, inner senses and soul, etc.  We will get the age including science and enjoy it happily till the age of three or four years.

( यजुर्वेद ३.६२ ) #यजुर्वेद #वेद #आयु
।। ॐ ।।
त्रायुषं जमद्गने: कश्यपस्य त्रायुषं ।
 यददेवेषु त्रायुषं तन्नोअस्तु त्रायुषं ।

पद पाठ
त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। ज॒मद॑ग्नेरिति॑ ज॒मत्ऽअ॑ग्नेः। क॒श्यप॑स्य। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। यत्। दे॒वेषु॑। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। तत्। नः॒। अ॒स्तु॒। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम् ॥

है जगदीश्वर ! आपकी कृपा से जैसे विद्वान लोग विद्या धर्म और परोपकार के अनुष्ठान से आनंदपूर्वक तीनसौ वर्ष पर्यंत आयु को भोगते हैं , वैसे ही तीन प्रकार के ताप से शरीर,मन, बुद्धि,चित्त ,अहंकाररूप अंत:करण इन्द्रिय और प्राण आदि को सुख करने वाले विद्या विज्ञान सहित आयु को हम लोग प्राप्त होकर तीनसौ वा चारसौ वर्ष पर्यंत सुखपूर्वक भोगें ।।

Jagadishwar!  By your grace, as scholars enjoy the rituals of learning, religion and philanthropy, for the age of three to seven years, in the same way, the three types of heat, body, mind, intellect, mind, egoism, inner senses and soul, etc.  We will get the age including science and enjoy it happily till the age of three or four years.

( यजुर्वेद ३.६२ ) #यजुर्वेद #वेद #आयु