कहा हो किसी ने कुछ तड़प में सुकूँ भी है। तड़पना है तो तड़पो सुकूँ ना मिले शायद।। दिल-ए-ज़ार ख़ुश रहता कहीं पर नहीं मेरा। जहा भी मिले ढूँडो सुकूँ ना मिले शायद।। © R. D. Mahendra ,दिल-ए-ज़ार= प्रभावित दिल #Rhythm #Passion #Life # #Its_Rhythm_Life