गर आपको दिलजले का ठिकाना चाहिए था, तो मन में जला कर चराग आना चाहिए था। मैं तो जाने कब से ग्रसित हूँ रोग मुहबब्त से, आपको जरा सा पहले न बताना चाहिए था। नेहा झा मणि ©नेहा झा मणि #चराग़ #मुहब्बत #girl