प्रिय पेड़ तुम हो तो हम हैं वरना ये जीवन भी वहम है परोपकार के लिए ही तुम्हारा हरेक तन है करें कितना भी गुणगान, फिर भी ये कम है। पर अफसोस कि बन गया लालची जन जन है भूल बैठा है कि तुही देता सबको ऑक्सीजन है देते हैं काट क्योंकि रहता इन्हें हमेशा कुछ न कुछ कम है पर ऋणी तुम्हारा ये हम सबका जीवन है ।। ©Raj Shree #WorldEnvironmentDay #tree #plants #environmemt #Atmosphere #nature #treesforlife #Trees #SaveNature