White जीवन की आपा धापी में छोड़ दिए पीछे कुछ अनछुए लम्हे जो पुकारते आज भी मुझे बहुत मंद आवाज़ में और मैं सुनती हूँ उनको अनसुना करते हुए नहीं चाहती देखना पीछे क्योंकि कहते हैं सभी अतीत में क्या झांकना ©Author Munesh sharma 'Nirjhara' #Thoughts #feelings #shortpoem