तेरे दर पे सिर झुकाने आया हूँ अपने दुख़-दर्द तुझे सुनाने आया हूँ कोई नहीं तेरे सिवा मेरा इस जहां में सच कहूं तो ख़ुद को ख़ुद से मिलवाने आया हूँ #DarKhudaKa #PoetInMe #ShayarInMe #KaviBhitar #KhudaKaDar