|| श्री हरि: ||
9 - कुतूहली
'कनूँ। धूम्रा ने बच्चे दिये हैं।' विशाल ने धीरे से कान के समीप मुख ले जाकर कहा।
'कहाँ? तूने देखे हैं?' कन्हाई इसी समय - अभी उन्हें देख लेना चाहता है - 'कितने हैं? चल बता।'
'चण्ड वहीं बैठा है।' विशाल ने सावधान किया - 'धूम्रा अपने बच्चों के पास भी किसी को जाने नहीं देगी और चण्ड भी उधर जाने पर गुर्राता है।' #Books