बावलापन है ये नए नए इश्क़ जैसा खुमारी सी छाई रहती है बेक़ारारी भी हद से गुजर जाती है रात की नींद दिन का चैन खोया लगता है डायरी और फोन एक पल भी न हाथ से छूटता है सोचते हैं सब ये रोग क्या नया है पहले तो ये नहीं था संयोग कोई नया है कैसे बताएं उनको ये your quote की दुनिया है ! महफ़िल मुशायरों की मेरी हैसियत कहाँ थी लिखने की बात थी बस पढता कोई कहाँ था , यहां सुनने सुनाने की सौगात मिल गयी है भाषाएँ एक सी हैं और ज़ात एक ही है l प्रीति #yourquotekiduniya #,yqhindi Dhanyabad, Sandeep Vyas ji