पहली दफ़ा लगा कि आंखे बस उन्ही पर थम जाए तो ,हमे भी इश्क़ हो जाये, वो हस दे अगर फिर एक दफ़ा तो मशहूर कोई गजल बन जाये । मगर ,शोर हवाओ ने फिर वही पुरानी तरह की , रुक जाओ उसके पलको पर ही ,कहि आशुओ के समुन्दर से जिंदगी तबाह ना हो जाये।। खुद को रोकना आसान कहा होता है