नयाँ सवेराँ चलो कल की यादे भूलकर एक नई कहानी लीखते है नई दूनीया नई आशाये लेकर नयाँ कूछ लीखते है दूनीयावालो करे कोई बेईमानी या करे नफरत प्यार से हम सबको सीखलायेंगे प्यार मोहब्बत की कहाँनीया बयाँ करे हम (विजया दशमीच्या शूभेच्छा) घनवट देवीलाल 8/102019 नयाँ सवेरा