खुली आंखों का ख़्वाब हूं मैं इश्क़ के मरकज़ का आदाब हूं मैं समझ में नहीं आया उनको वैसे तो इक खुली किताब हूं मैं ~अतहर ©Athar Siddiqui #Athar #kitaab #Zindagi #ishq #Books #Athar_Siddiqui